बीस साल पहले आज ही के दिन 2003 में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की पारी जिसने देखी, उसके दिलो-दिमाग़ पर छा गई 🤩

बीबीसी संवाददाता रेहान फ़ज़ल उन लम्हों को कुछ इस तरह याद करते हैं.

“मैं उस दिन सेंचुरियन मैदान सुबह आठ बजे ही पहुँच गया था. भारत और पाकिस्तान विश्व कप के सुपर सिक्स में पहुँचने के लिए महत्वपूर्ण मैच खेल रहे थे. स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था.

पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले खेलने का फ़ैसला किया था.

पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले खेलने का फ़ैसला किया था.
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सईद अनवर ने जिस तरह बुलेट ट्रेन वाली पारी खेली थी,पवेलियन में मौजूद भारतीय दर्शकों की बॉडी लेंग्वेज बिगड़ गई थी.

राज सिंह डूँगरपुर कह रहे थे लड़के थके हुए नज़र आ रहे हैं. पाकिस्तान ने 273 रन बनाए थे और ज़्यादातर विशेषज्ञ कह रहे थे कि मैच भारत के हाथ से निकल चुका था. सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग क्रीज़ पर उतरे. आम तौर से सहवाग पहली गेंद खेलते हैं.

पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले खेलने का फ़ैसला किया था.
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उस दिन सचिन ने पहले स्टान्स लिया. वसीम अकरम की तीसरी गेंद पर उन्होंने चौका लगाया. दूसरे ओवर में शोएब अख़्तर गेंद फेंकने आए.

शोएब के ओवर की चौथी गेंद ऑफ़ स्टंप से दो फ़ुट बाहर थी लेकिन उसकी गति थी 151 किलोमीटर प्रति घंटा ! सचिन अगर उस गेंद को छोड़ देते तो शर्तिया वाइड होती. लेकिन उन्हें शोएब से अपना हिसाब चुकता करना था. उन्होंने पूरी ताक़त से उसपर अपर कट लगाया और गेंद छह रनों के लिए डीप बैक्वर्ड प्वाइंट बाउंड्री पर जा उड़ी.

पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले खेलने का फ़ैसला किया था.
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शोएब ने अपने मील भर लंबे रन अप से बेन जॉनसन के अंदाज़ में दौड़ना शुरू किया. इस बार गति थी उससे भी तेज़ ….154 किलोमीटर प्रति घंटा ! सचिन ने इस बार गेंद को स्कवायर लेग बाउंड्री की तरफ़ ढ़केला. इस शॉट ने शोएब को इतना हतोत्साहित कर दिया कि लगा कि वह अपने बॉलिंग मार्क पर ही नहीं पहुंचना चाह रहे. लेकिन अभी कहानी ख़त्म नहीं हुई थी.

शोएब की अंतिम गेंद को सचिन ने ऑफ़ स्टंप पर शफल करते हुए महज़ ब्लॉक भर किया. कोई बैक लिफ़्ट नहीं, कोई फ़ॉलो थ्रू नहीं…. किसी की शायद ज़रूरत भी नहीं थी. कोई अपनी जगह से हिल भी पाता इससे पहले गेंद मिड ऑन बाउंड्री के रस्से को छू रही थी. अब तक दर्शक पागल हो चुके थे.

शोएब अख़्तर के जले पर नमक छिड़का उन्हीं के कप्तान वकार यूनुस ने जब उन्होंने अगले ही ओवर में शोएब को गेंदबाज़ी से हटा लिया. हाँलाकि अंतत: शोएब ने थके हुए रनर के सहारे खेल रहे सचिन तेंदुलकर को एक शॉर्ट पिच गेंद से आउट किया लेकिन तब तक सचिन 75 गेंदों पर 98 रन बना चुके थे और भारत जीत की ओर बढ़ रहा था.

getty images Sachin tendulkar

शोएब अख़्तर ने दस ओवरों में 72 रन दिए थे जो उनका एक दिवसीय क्रिकेट में अब तक का सबसे कीमती स्पेल था. 32 के स्कोर पर जब सचिन का एक मुश्किल कैच अब्दुल रज़्ज़ाक ने मिस किया तो मैदान पर ही चिल्ला कर वसीम अकरम ने उनसे कहा था, ‘जानता है किसका कैच तूने छोड़ा है.’

जब सचिन लंगड़ाते हुए पवेलियन लौटे तो स्टेडियम का एक एक आदमी अपने स्थान पर खड़ा था. मैं भी उनमें से एक था. मेरे ख़्याल से उसी दिन चेतन शर्मा की आख़िरी गेंद पर जावेद मियाँदाद द्वारा लगाए गए छक्के का बदला ले लिया गया था.”

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Aman Mishra

Hii my name is Aman Mishra and i am writer and sports news editor in web news portal scoopwhoops.in.

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