भारत ने ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के खिलाफ दिल्ली में खेले गए बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले को 6 विकेट से जीत लिया है। टीम के सामने चौथी पारी में 114 रनों का लक्ष्य था। 4 विकेट खोकर रोहित शर्मा की टीम ने लक्ष्य हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ही भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भी अपने पास बरकरार रखी है। आपको बता दें कि अगले दोनों मैच हारने पर भी ट्रॉफी भारत के पास ही रहेगी क्योंकि टीम ने पिछली बार इसे जीता था।

दिल्ली में चेतेश्वर पुजारा करियर का 100वां टेस्ट खेलने उतरे थे। कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने इसे यादगार बनाने के लिए एक बड़ा बलिदान दिया। आपको बता दें कि चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) 100वें टेस्ट मैच की अपनी पहली पारी में बिना खाता खोले वापस लौटे थे। दूसरी पारी में भी वो आउट होने वाले थे लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने उनकी जगह अपना विकेट बलिदान कर दिया।

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रोहित शर्मा ने चेतेश्वर पुजारा को दिया जीवनदान

रोहित शर्मा ने तेज अंदाज में बल्लेबाजी की और 20 गेंद में 31 रन ठोक दिए। वह पूरे रिदम में थे और बल्ले से गेंद अच्छे से लग रही थी, लेकिन सातवें ओवर में कुछ ऐसा हुआ, जिसके बारे में किसी ने नहीं सोचा था। रोहित शर्मा ने सातवें ओवर की पांचवी गेंद पर मिड विकेट एरिया से दूसरा रन चुराना चाहा और अपना विकेट गंवा बैठे। पुजारा का ये 100वां टेस्ट मैच था और इसी वजह से उनको बचाने के लिए रोहित शर्मा ने खुद आउट होना बेहतर समझा।

यह घटना भारत की दूसरी पारी के 7वें ओवर में हुई, जब मैथ्यू कुहनमैन गेंदबाजी कर रहे थे। रोहित शर्मा ने गेंद को ऑन-साइड पर पुश करने के बाद पहला रन लिया, फिर दूसरे रन के लिए वापस मुड़े लेकिन फिर बीच में ही रुक गए। दोनों बल्लेबाज कन्फ्यूज थे, लेकिन क्योंकि ये कॉल रोहित का था इसलिए उन्होंने अपने विकेट की कुर्बानी दी और निराशा में मैदान छोड़ दिया। सबको पता है कि ये रोहित की गलती थी लेकिन कप्तान होने के बावजूद उन्होंन इस त्याग के बाद फैंस का दिल जीत लिया है।

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