रवींद्र जडेजा और आर अश्विन की धमाकेदार बॉलिंग के दम पर भारत ने नागपुर टेस्ट तीसरे दिन ही जीत लिया.रवींद्र जडेजा ने मुकाबले में 70 रन बनाने के साथ ही कुल सात विकेट लिए तो अश्विन ने 23 रन बनाने के अलावा आठ विकेट लिए. भारत के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) इन दोनों की बॉलिंग के बारे में नागपुर टेस्ट के बाद एक रोचक जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ये दोनों बॉलिंग करने के लिए उनसे झगड़ते हैं और बॉल मांगते रहते हैं. जिन्हे डील करना बहोत मुस्किल हो जाता है.
रोहित (Rohit) ने इरफान पठान (Irfan Pathan)से बातचीत में कहा, ‘इन्हें संभालना बहुत मुश्किल है’. एक तरफ से काफी मदद मिल रही थी तो ये तीनों (अश्विन,अक्षर और जडेजा) वहां पहुंच गए. मेरे लिए यह मैनेज करना ज्यादा मुश्किल है. टीम के बाकी खिलाड़ियों को संभालना इतना मुश्किल नहीं है. जडेजा बोल रहा है मैं 249 पर हूं यार मुझे 250 विकेट चाहिए. रविचंद्रन अश्विन 450 पहुंच गए हैं और वो चार विकेट बैठे हैं. उन्हें पांचवां विकेट चाहिए. इसमें मैं भारत में कई बार फंसा हूं.’
इंटरव्यू के दौरान रोहित ‘भारत में कप्तानी मुश्किल
जब उनसे पूछा गया कि कौन बॉलिंग करेगा यह फैसला कैसे होगा? इस पर भारतीय कप्तान ने कहा, ‘जब तक बाएं हाथ के बल्लेबाज थे तब तक तय था कि अश्विन रहेंगे. दोनों दाएं हाथ के बल्लेबाज आ जाएंगे तो मुझे अश्विन को बोलना पड़ेगा कि यार उनको भी करने दो बॉलिंग. भारत में कप्तानी करना मुश्किल है. यह मैंने देख लिया है. यह मेरा तीसरा मैच है. मैं रिकॉर्ड नहीं देखता हूं लेकिन ये लोग देखते हैं. कोई बोलता है मेरे 250 हो गए किसी के 450 विकेट हो गए. वनडे में सिराज चार विकेट पर था तो उसने 22 ओवर के अंदर 10 ओवर फेंक दिए. मैंने उससे कहा कि चार टेस्ट आ रहे हैं तो थोड़ा ठंड रख.’
A conversation you can't miss between Rohit Sharma and Irfan Pathan 😂❤️@ImRo45 @IrfanPathan pic.twitter.com/VV1w01QcJD
— Immy|| 🇮🇳 (@TotallyImro45) February 11, 2023
भारतीय पिचों पर रन बनाने के बारे में रोहित ने कहा कि एक बल्लेबाज को इस तरह के पिचों पर रन बनाने के लिये कुछ ऐसे तरीके अपनाने की जरूरत होती है जो परंपरागत नहीं हों. उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ सालों में भारत में हम जिस तरह की पिचों पर खेल रहे हैं, आपको रन जुटाने के लिए कुछ ऐसे तरीके अपनाने की जरूरत होती है जो परंपरागत नहीं हो और थोड़ी योजना बनानी पड़ती है. मैं मुंबई में खेलते हुए बड़ा हुआ हूं जहां की पिच काफी टर्न लेती है. आपको थोड़ा अपरंपरागत भी होना पड़ता है, अपने पैरों का इस्तेमाल करो. कुछ अलग करके गेंदबाजों पर भी दबाव बनाने की जरूरत होती है. इस अलग चीज में वो सब करो. हैं क्योंकि वह पिछले कुछ समय में कुछ टेस्ट में नहीं खेल पाए थेय उन्होंने कहा, ‘हां, पिछली काफी चीजों को देखते हुए यह विशेष शतक था. सीरीज की शुरूआत काफी अहम है कि हम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप तालिका में कहां पर हैं, तो अच्छी शुरूआत करना हमारे लिए महत्वपूर्ण था.’