भारतीय टीम (Indian Team) के सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन (Shikhar Dhawan) उनके शीर्ष खिलाड़ियों में से एक हैं। हालांकि 37 वर्षीय धवन का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए खेलने का समय लगभग खत्म हो गया है। उन्होंने कई यादगार पारियां खेली हैं।

रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के साथ मिलकर उन्होंने वनडे और T20 में कई रिकॉर्ड बनाए। कप्तान के रूप में कोहली और धोनी के लिए खेलने वाले बहुत कम खिलाड़ियों में से एक धवन हैं। धवन ने रोहित शर्मा को भारतीय टीम (Indian Team) का कप्तान बनते देखा और उनकी अनुपस्थिति में टीम का नेतृत्व भी संभाला।

जबकि कोहली (Kohli) भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं । केवल धोनी ने टी20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीती है। बहरहाल, कप्तानी के दोनों दर्शन बहुत भिन्न थे। धवन ने इसे लेकर खुद के अनुभवों के बारे में बात की। धवन ने जोर देकर कहा, कि रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए कोहली की पहली पारी तब हुवा। जब वह सिर्फ 16 या 17 साल के थे। धवन ने कहा कि युवा कोहली उस समय काफी आत्मविश्वासी थे।

जब उनसे पूछा गया कि, जब कोहली को कप्तान बनया गया तो उनके रिश्ते कैसे बदल गए, धवन ने जवाब दिया, अगर इगो पर ले, तो अहंकार आएगी ही आएगी। ये तो इगो की बात आ गई ना।” धवन (Dhawan) ने बताया कि, अगर मैं यह सोचता रहा कि मैं सीनियर हूं और मैं उनके नीचे खेल रहा हूं। तब इगो होगा। मेरी राय में यह सब छोटी सोच है, और यह अनावश्यक है। मेरे अच्छे दोस्त विराट है,हम बहुत अच्छे से मिलते हैं। और अक्सर मजाक बनाते हैं। वह एक वरिष्ठ खिलाड़ी के रूप में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करते हैं।

धवन ने धोनी (Dhoni) और विराट (Virat) के नेतृत्व पर टिप्पणी करते हुए कहा, “सभी विभिन्न प्रकार के खिलाड़ी हैं। धोनी वास्तव में शांत हैं। वह हमेशा अपने टीम के पीछे खड़े रहे। धोनी एक शांत व्यक्ति हैं। वह संयमित रहकर दबाव को संभालते थे। एक खिलाड़ी जो खेल के बारे में जानकार है। वह मैदान पर किसी भी स्थान से खेल सकता है। यह उस व्यक्ति की बुद्धि का स्तर है। विराट पर चर्चा करें हालांकि वह हमेशा एक आक्रामक रहा बल्लेबाज है।

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