अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में कल भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच टी20 सीरीज का निर्णायक मुकाबला खेला गया। भारतीय कप्तान हार्दिक पांड्या ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया, जो सही साबित हुआ है। टीम इंडिया ने सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के बेहतरीन शतक की बदौलत कीवी टीम के सामने 235 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा है। इस मुश्किल लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेहमान टीम केवल 66 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और मुकाबला 168 रनों से गँवा दिया।

टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज को 2-1 से जीत लिया है, जिसके बाद अब भारत दुनिया की नंबर 1 टी20 टीम के तौर पर बरकरार है। कप्तान हार्दिक पांड्या को इस जीत के बाद मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। हार्दिक पांड्या इस शानदार जीत से गदगद दिखे। लेकिन उन्होंने मैच के बाद ऐसा बयान दे दिया जिसे फैंस पसंद नही कर रहे हैं। फैंस उन्हें घमंडी कप्तान बता रहे हैं।
हार्दिक पांड्या ने क्या कहा

पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान हार्दिक पांड्या का नाम लेकर उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज के लिए बुलाया गया, जिसके बाद हार्दिक पांड्या ने कहा, “यह मैन ऑफ द सीरीज और ट्रॉफी मुझे नहीं चाहिए। ये सम्मान पूरे सपोर्ट स्टाफ को जाता है, और मैं उन सभी के लिए खुश हूं। मैं हमेशा गेम को कुछ अलग अंदाज़ में खेलने की कोशिश करता हूं। मैं हमेशा ये ढूंढने की कोशिश करता हूँ की क्या जरुरी है, पहले से ही कुछ सोच कर नहीं रखता।”

इसके बाद उन्होंने ऐसा बयान दे दिया जिससे लोग उन्हें घमंडी कप्तान बता रहे हैं। हार्दिक पांड्या ने कहा, “मैं जो भी फैसले लेता हूं वो समय और हालात पर निर्भर करता है। मैं इसे सरल रखना चाहता हूं और अपनी हिम्मत को वापस रखना चाहता हूं। मेरा एक सीधा सा नियम है अगर मैं नीचे जाता हूं, तो मैं अपनी शर्तों पर नीचे जाऊंगा। हमने चुनौतियां लेने की बात की है। जब हमने आईपीएल फाइनल खेला तो हमें लगा कि दूसरी पारी ज्यादा मसालेदार है लेकिन, आज इस सतह पर मैं इसे सामान्य मैच बनाना चाहता था क्योंकि यह निर्णायक था।