MSD Run Out: चेन्नई सुपर किंग्स(Chennai Super Kings,) एमएस धोनी (MS Dhoni) के नेतृत्व वाली टीम अक्सर एक सही मोर्चा पेश करती है। आईपीएल शुरू होने के बाद से चेन्नई ने व्यावहारिक रूप से हर सीजन में अपनी ताकत साबित की है। इसके परिणामस्वरूप चार बार चैंपियनशिप जीती है।
इस सीज़न में सीएसके (CSK) कुछ खिलाड़ियों ने संघर्ष किया है। जैसा कि राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ उनके कई कैच छूटने से पता चलता है। परिस्थितियों के कारण एमएस धोनी (MS Dhoni) ने अपने खिलाड़ी पर भरोसा करने के बजाय अंतिम गेंद पर खुद विकेट लेने का फैसला किया।
क्रिकेट मैच के दौरान एमएस धोनी (MS Dhoni) अब जो कुछ भी करते हैं। उसके बारे में बात की जाती है। ऐसी परिस्थिति में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) की अगुआई में उनका 200वां मैच कैसे अलग हो सकता है। राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ पारी की आखिरी पिच पर धोनी द्वारा इसी तरह की हरकत ने विवाद पैदा कर दिया।
MSD Run Out फील्ड्स ने नही दीया साथ
राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) की पारी के अंतिम ओवर में एडम जाम्पा (Adam Zampa) ने तुषार देशपांडे (Tushar Deshpande) की अंतिम गेंद पर स्कूप किया। लेकिन फाइन लेग फील्डर ने आसान कैच लपक लिया। यह कैच महिष तीक्षणा (Mahish Teekshana) को लेना था, लेकिन किसी कारण से वह ऐसा करने में असफल रहे। राजस्थान के बल्लेबाज दो रनों के लिए दौड़े लेकिन दूसरे रन की कोशिश में जैम्पा (Jampa) रन आउट हो गए।
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धोनी (Dhoni) का भरोसा टूटने की यही एक वजह नहीं थी। दरअसल इस कैच से पहले ही चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के फील्डर्स ने धोनी को निराश कर दिया था। अनुभवी ऑलराउंडर मोईन अली (Moeen Ali) ने अकेले ही तीन आसान मौके गंवाए। उन्होंने दो बार स्लिप में कैच छोड़ा और फिर खराब थ्रो से रन आउट का आसान मौका भी गंवा दिया था। अगर मोईन (Moeen) उन मौकों को लपक लेते तो शायद राजस्थान की टीम 175 रन तक भी नहीं पहुंच पाती।